हिंदूधर्म में माँ बगलामुखीको दस महाविद्याओं मेंआठवीं महाविद्या के रूप मेंपूजा जाता है। उन्हें पीतांबरा देवी के नाम सेभी जाना जाता है, क्योंकि उनका स्वरूप स्वर्णिमऔर पीला है, जोशक्ति, समृद्धि और विजय काप्रतीक है। माँ बगलामुखी को शत्रुनाशिनी औरस्तंभन शक्ति की देवी मानाजाता है, जो अपनेभक्तों के जीवन सेहर प्रकार की बाधा, भयऔर शत्रुओं का नाश करतीहैं। चाहे वह कोर्ट-कचहरी के मामले हों, पारिवारिक कलह हो, याजीवन में बार-बारआने वाली रुकावटें, माँबगलामुखी की साधना से भक्तों कोहर क्षेत्र में विजय प्राप्तहोती है। इस ब्लॉगमें हम माँ बगलामुखी मंदिर, उनकी महिमा, पूजाविधि और उनके आशीर्वादसे जीवन की बाधाओंको दूर करने केउपायों के बारे मेंजानेंगे।
माँबगलामुखी का महत्व और उत्पत्ति
पौराणिककथाओं के अनुसार, माँबगलामुखी का प्रादुर्भाव सतयुगमें तब हुआ जबएक भयंकर तूफान ने सृष्टि कोनष्ट करने की धमकीदी थी। भगवान विष्णुने हरिद्रा सरोवर के तट परतपस्या की, जिसके फलस्वरूपमाँ बगलामुखी प्रकट हुईं और उन्होंनेतूफान का स्तंभन करसृष्टि की रक्षा की।उन्हें ब्रह्मास्त्र विद्या के नाम सेभी जाना जाता है, क्योंकि उनकी शक्ति संपूर्णब्रह्मांड की किसी भीशक्ति से टक्कर लेसकती है।
बगलामुखीमाता का स्वरूप अत्यंतप्रभावशाली है। वे रत्नजड़ितसिंहासन पर विराजमान हैं, उनके दाहिने हाथ में गदाऔर बाएँ हाथ मेंशत्रु की जीभ पकड़ेहुए दिखाई देती हैं, जोउनकी शत्रु-स्तंभन शक्ति को दर्शाता है।उनका पीला रंग समृद्धि, शक्ति और सकारात्मक ऊर्जाका प्रतीक है। यही कारणहै कि माँ बगलामुखी मंदिर में पीले रंगका विशेष महत्व है, चाहे वहवस्त्र हों, प्रसाद होया पूजा सामग्री।
प्रमुखबगलामुखी मंदिर
भारत में माँ बगलामुखी के कई प्रसिद्धमंदिर हैं, जो भक्तोंके लिए सिद्ध पीठमाने जाते हैं। इनमेंसे कुछ प्रमुख मंदिर हैं:
माँबगलामुखी की साधना और पूजा विधि
माँबगलामुखी की साधना विशेषरूप से शत्रु नाश, वाकसिद्धि, और कोर्ट-कचहरीके मामलों में विजय केलिए की जाती है।उनकी पूजा में कुछविशेष नियमों का पालन करनाआवश्यक है:
माँबगलामुखी की साधना के लाभ
निष्कर्ष
माँबगलामुखी की शक्ति असीमहै, और उनकी साधनाजीवन की हर बाधाको दूर करने काएक अचूक उपाय है।चाहे वह बगलामुखी मंदिर कांगड़ा हो, नलखेड़ा कात्रिगुण शक्ति पीठ हो, यादतिया का सिद्ध मंदिर, माँ के दरबार मेंसच्चे मन से कीगई प्रार्थना कभी खाली नहींजाती। उनकी पूजा मेंश्रद्धा, विश्वास और नियमों कापालन आपको जीवन केहर क्षेत्र में सफलता दिलासकता है।
यदिआप भी अपने जीवनकी बाधाओं को दूर करना चाहते हैं, तो माँ बगलामुखी माता मंदिर में दर्शन करें, उनके मंत्रों का जाप करें, और उनकी कृपा सेअपने जीवन को सुख, समृद्धि और विजय सेभर दें। माँ बगलामुखीकी जय हो!
In Indian politics, power and faith often go hand in hand. Before elections, you might notice many leaders and candidates performing Maa Baglamukhi Puja or Havan to seek blessings for victory, stability, and protection from rivals. This ancient tantric ritual, when performed with complete devotion and correct mantras, can help remove obstacles and silence negativity coming from competitors or political enemies.
Politics is not just about speeches, rallies, or debates — it is also about strategy, influence, and unseen energies. Many politicians, leaders, and aspirants face rivals, conspiracies, and obstacles that can block success. This is where the divine blessings of Maa Baglamukhi come into play. The Baglamukhi Mantra for Enemy & Political Victory, performed with a dedicated Havan, is one of the most powerful rituals to neutralize enemies, remove obstacles, and secure victory in elections and political endeavors.
Politics is a world of competition, power struggles, and hidden rivalries. Every politician or leader dreams of victory in elections, career growth, and protection from enemies. While strategies and campaigning matter, many political leaders also rely on divine blessings to secure success. One of the most trusted rituals for politicians is the Maa Baglamukhi Havan and Political Puja. This powerful anushthan is performed to defeat enemies, remove obstacles, and bring assured success in elections and political life.